डायबिटीज के बुजुर्ग मरीजों को गिरने से बचाना जरूरी
डॉक्टर अनूप मिश्रा
डायबिटीज के मरीजों में पैरों के नर्व्स की खराब स्थिति, खराब संचरण, अनियमित रक्तचाप और आंखों की खराब रोशनी के कारण गिरने का खतरा ज्यादा होता है।
कई बार हलके से गिरने, खासकर बाथरूम में, के कारण ऑस्टियोपोरोटिक फ्रैक्चर्स (कमजोर हड्डी के कारण होने वाले फ्रैक्चर्स) हो जाते हैं। निम्नलिखित आसान उपायों के जरिये घर में सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है:
1. रोशनी को बेहतर करना:
- पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था करें;
- कमरों और सीढ़ियों में स्विच ऐसी जगह लगवाएं जहां आसानी पहुंचा जा सके;
- रात में कम से कम शौचालयों में एक लाईट जली छोड़ दें।
2. अवरोध हटाएं:
कटर, नीचे गिरी चीजें जैसे कि खिलौने, कलाकृतियां आदि फर्श पर से हटाकर रखें। फिसलन भरे फर्श पर न फिसलने वाले कालीन का इस्तेमाल करें।
3. शौचालय का इस्तेमाल करते समय निम्न सावधानियां रखनी चाहिए:
- शौचालय में उठने-बैठने के दौरान मदद के लिए दीवारों पर रॉड्स लगवाएं;
- भारतीय स्टाइल के शौचालय से परहेज करें;
- स्नान के दौरान कुर्सी का इस्तेमाल करें।
4. सीढ़ियों पर ज्यादा सतर्क रहें:
सीढ़ियों के दोनों ओर दीवार पर पकड़ने के लिए रॉड लगवाएं। अगर सीढ़ियां टूटी या ढीली हों तो उनकी मरम्मत करवाएं।
5. फर्नीचर को तरतीब से रखना:
- फर्नीचर को ऐसे रखें कि आने-जाने रास्ता पूरी तरह साफ रहे;
- नीची कुर्सियां अथवा बिना बाजू वाली कुर्सियां इस्तेमाल न करें;
- बिस्तर की ऊंचाई को पूरी तरह व्यवस्थित करें;
- तेज किनारे वाले फर्नीचर इस्तेमाल न करें।
6. निम्नलिखित शारीरिक गतिविधियां करते रहें:
पैदल चलना, साइकिल चलाना, तैराकी और प्रतिरोधक व्यायाम जैसे कि हलके वजन उठाना और संतुलन से संबंधित व्यायाम जैसे कि एक पैर पर खड़े होना आदि नियमित रूप से करते रहें जिनसे मांसपेशियों को मजबूती मिलती है।
7. रीढ़ की हड्डी की सुरक्षा के टिप्स
- अपने बैक को सीधा रखें, अच्छे पोस्चर की आदत बनाएं;
- भारी वजन उठाने, कूदने, मोटरबाइक की सवारी, पानी में कूदने, मनोरंजन पार्कों में किसी राइड की सवारी करने आदि से परहेज करें ताकि रीढ़ को झटका अथवा मरोड़ न आए। यदि कुछ उठाना जरूरी ही हो तो कमर से सीधे झुकने की बजाय अपने पैरों को थोड़ा फैलाकर घुटनों के बल झुककर धीरे-धीरे वजन उठाएं;
- यदि किसी गाड़ी में सफर कर रहे हैं तो धीमी गति से जाएं, खासकर स्पीड ब्रेकर्स और उछाल वाली जगहों पर;
- यदि आप बैठने वाला कोई काम करते हैं तो दिन में कुछ समय टहलने या लेटने का प्रयास करें;
उठक-बैठक, ऊंकड़ू बैठने, क्रंच, ज्यादा मेहनत वाले योग आसनों से परहेज करना चाहिए।
(डॉक्टर अनूप मिश्रा के किताब डायबिटीज विद डिलाइट से साभार। ये पुस्तक शीघ्र ही हिंदी पाठकों के लिए भी उपलब्ध होगी।)
Comments (0)
Facebook Comments (0)